भारत एक विशाल और विविधता से भरा देश है। यहाँ के पर्वत, नदियाँ, मैदान और मरुस्थल हमारी प्राकृतिक संपदा का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। पर्वत न केवल हमारी भौगोलिक पहचान हैं, बल्कि ये हमारे धार्मिक, सांस्कृतिक और आर्थिक जीवन से भी गहराई से जुड़े हुए हैं।
भारत के पर्वत श्रृंखलाएँ जलवायु, वर्षा, कृषि और पर्यटन पर गहरा प्रभाव डालती हैं। आइए जानते हैं भारत के प्रमुख पर्वतों के बारे में विस्तार से।
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🌄 1. हिमालय पर्वत श्रृंखला (Himalaya Mountain Range)
हिमालय भारत की सबसे विशाल और ऊँची पर्वत श्रृंखला है। इसका अर्थ है “हिम का आलय” यानी बर्फ का घर। यह भारत के उत्तर में स्थित है और लगभग 2,400 किलोमीटर लंबी तथा 150 से 400 किलोमीटर चौड़ी है।
यह श्रृंखला भारत, नेपाल, भूटान और चीन तक फैली हुई है। हिमालय तीन भागों में बाँटी जाती है:
(क) महान हिमालय (Himadri)
यह हिमालय का सबसे ऊँचा भाग है जहाँ माउंट एवरेस्ट, कंचनजंघा, नंदा देवी, धौलागिरी, और अनापूर्णा जैसी ऊँची चोटियाँ स्थित हैं।
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सबसे ऊँची चोटी: माउंट एवरेस्ट (8,848.86 मीटर)
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भारत की सबसे ऊँची चोटी: कंचनजंघा (8,586 मीटर)
(ख) मध्यम हिमालय (Himachal)
यह क्षेत्र सुंदर पहाड़ियों, घाटियों और झरनों से भरा है। यहाँ शिमला, मनाली, मसूरी, नैनीताल जैसे प्रसिद्ध हिल स्टेशन स्थित हैं। यह पर्यटन के लिए बहुत प्रसिद्ध है।
(ग) शिवालिक पर्वत (Shivalik Range)
यह सबसे दक्षिणी भाग है जो अपेक्षाकृत कम ऊँचा है। यहाँ की ऊँचाई 900 से 1,200 मीटर तक होती है। यह क्षेत्र जंगलों और जंगली जीवों के लिए प्रसिद्ध है।
🏔️ 2. अरावली पर्वत श्रृंखला (Aravalli Range)
अरावली भारत की सबसे प्राचीन पर्वत श्रृंखला मानी जाती है। यह राजस्थान से लेकर हरियाणा और दिल्ली तक फैली हुई है।
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लंबाई: लगभग 800 किलोमीटर
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सबसे ऊँची चोटी: गुरु शिखर (Mount Abu, राजस्थान) – 1,722 मीटर
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महत्व:
अरावली न केवल राजस्थान को हरियाली प्रदान करती है बल्कि यह थार मरुस्थल की रेत को पूर्व की ओर फैलने से रोकती है। माउंट आबू इसका प्रमुख हिल स्टेशन है।
🏔️ 3. विंध्य पर्वत श्रृंखला (Vindhya Range)
विंध्य पर्वत भारत के मध्य भाग में स्थित है। यह उत्तर भारत और दक्षिण भारत के बीच प्राकृतिक सीमा का काम करती है।
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स्थान: मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार का कुछ हिस्सा
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महत्व:
यह श्रृंखला भारत के सांस्कृतिक विभाजन में भी महत्वपूर्ण मानी जाती है। इसके आसपास के क्षेत्र नर्मदा और सोन नदियों के जलागम क्षेत्र हैं।
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🏔️ 4. सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला (Satpura Range)
यह पर्वत श्रृंखला विंध्य पर्वत के दक्षिण में स्थित है।
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स्थान: मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़
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सबसे ऊँची चोटी: धूपगढ़ (मध्य प्रदेश) – 1,350 मीटर
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महत्व:
सतपुड़ा श्रृंखला खनिज संपदा से भरपूर है। पचमढ़ी हिल स्टेशन यहीं स्थित है, जिसे “मध्य भारत का रानीखेत” कहा जाता है।
🏔️ 5. नीलगिरी पर्वत श्रृंखला (Nilgiri Hills)
नीलगिरी का अर्थ होता है “नीले पर्वत”। यह दक्षिण भारत में पश्चिमी और पूर्वी घाटों के संगम पर स्थित है।
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स्थान: तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक
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सबसे ऊँची चोटी: डोड्डाबेट्टा (2,637 मीटर)
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महत्व:
यह क्षेत्र चाय और कॉफी की खेती के लिए प्रसिद्ध है। ऊटी (Ooty) और कुन्नूर यहाँ के प्रसिद्ध पर्यटन स्थल हैं।
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🏔️ 6. पश्चिमी घाट (Western Ghats)
पश्चिमी घाट को सह्याद्रि पर्वत भी कहा जाता है। यह भारत के पश्चिमी तट के समानांतर चलता है।
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स्थान: गुजरात से लेकर तमिलनाडु तक
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लंबाई: लगभग 1,600 किलोमीटर
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सबसे ऊँची चोटी: अनैमुदी (केरल) – 2,695 मीटर
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महत्व:
पश्चिमी घाट जैव विविधता से भरपूर है और इसे यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल का दर्जा मिला है। यहाँ अनेक झरने, वन्यजीव अभयारण्य और मसालों के बागान पाए जाते हैं।
🏔️ 7. पूर्वी घाट (Eastern Ghats)
पूर्वी घाट भारत के पूर्वी तट के समानांतर चलता है।
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स्थान: ओडिशा, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और कुछ हिस्सा छत्तीसगढ़
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सबसे ऊँची चोटी: अरमकोण्ड (आंध्र प्रदेश) – 1,680 मीटर
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महत्व:
यह क्षेत्र खनिज संपदा, जंगलों और आदिवासी संस्कृति के लिए प्रसिद्ध है। हालांकि पूर्वी घाट की ऊँचाई पश्चिमी घाट की तुलना में कम है।
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🏔️ 8. काराकोरम पर्वत श्रृंखला (Karakoram Range)
यह पर्वत श्रृंखला जम्मू-कश्मीर के उत्तरी भाग में स्थित है।
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सबसे ऊँची चोटी: K2 (गॉडविन ऑस्टिन) – 8,611 मीटर
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महत्व:
K2 दुनिया की दूसरी सबसे ऊँची चोटी है। काराकोरम क्षेत्र में सियाचिन ग्लेशियर जैसे विशाल हिमनद हैं जो भारतीय सेना के लिए रणनीतिक रूप से बहुत महत्वपूर्ण हैं।
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🌍 निष्कर्ष
भारत के पर्वत न केवल प्राकृतिक सुंदरता का प्रतीक हैं, बल्कि ये हमारे जीवन के हर पहलू से जुड़े हैं — जलवायु, नदियाँ, वनस्पति, कृषि, पर्यटन और धार्मिक आस्था तक।
हिमालय हमें बर्फ, नदियाँ और ठंडी हवाएँ देता है; अरावली और सतपुड़ा जैसे पर्वत हमें खनिज और वन संपदा प्रदान करते हैं; जबकि पश्चिमी और पूर्वी घाट दक्षिण भारत की हरियाली को बनाए रखते हैं।
इस तरह भारत के पर्वत हमारे प्राकृतिक धरोहर और राष्ट्रीय गौरव दोनों हैं। हमें इनकी रक्षा और संरक्षण के लिए सदैव प्रयासरत रहना चाहिए।



